नवरात्रि का नौवाँ दिन माँ सिद्धिदात्री को समर्पित है। वे नवदुर्गा का अंतिम रूप हैं और सभी प्रकार की सिद्धियाँ प्रदान करने वाली देवी मानी जाती हैं। भक्तजन श्रद्धा और विश्वास से उनकी पूजा करते हैं तो उन्हें जीवन के हर क्षेत्र में सफलता, शक्ति और दिव्य आशीर्वाद प्राप्त होता है।
नवरात्रि 2025 में माँ सिद्धिदात्री की पूजा 30 सितम्बर 2025 को की जाएगी।
Astromadhupriya के अनुसार, इस दिन की पूजा साधक को असाधारण ऊर्जा देती है और जीवन की सभी बाधाओं को दूर करती है।

माँ सिद्धिदात्री का स्वरूप
- माँ सिद्धिदात्री कमल पर आसीन रहती हैं।
- इनके चार हाथ होते हैं – गदा, चक्र, शंख और कमल धारण किए हुए।
- इनका वाहन सिंह है।
- वे सभी सिद्धियों और दिव्य शक्तियों की अधिष्ठात्री देवी हैं।
नवरात्रि 2025 में माँ सिद्धिदात्री की पूजा का महत्व
- जीवन में सफलता और सिद्धियाँ प्राप्त होती हैं।
- मानसिक शांति और अध्यात्मिक उन्नति मिलती है।
- परिवार में सुख-समृद्धि और आनंद बढ़ता है।
- रोग और शारीरिक कष्ट दूर होते हैं।
भौतिक और आध्यात्मिक दोनों प्रकार की समृद्धि मिलती है।
Astromadhupriya के अनुसार, माँ सिद्धिदात्री की पूजा खासकर उन लोगों के लिए शुभ है जो करियर, व्यवसाय और अध्यात्म में तरक्की चाहते हैं।
माँ सिद्धिदात्री की पूजा विधि – नवरात्रि 2025
- स्नान कर शुद्ध वस्त्र धारण करें और पूजा स्थल को सजाएँ।
- माँ सिद्धिदात्री की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें।
- गंगाजल छिड़ककर शुद्धिकरण करें।
- फूल, धूप, दीप और चंदन अर्पित करें।
- सफेद और बैंगनी रंग के पुष्प चढ़ाना शुभ माना जाता है।
- भोग – हलवा, फल और नारियल अर्पित करें।
मंत्र जपें
“ॐ देवी सिद्धिदात्र्यै नमः” का 108 बार जप करें।
अंत में आरती और प्रार्थना करें।
माँ सिद्धिदात्री का मंत्र
“सिद्धगन्धर्वयक्षाद्यैरसुरैरमरैरपि।
सेव्यमाanaa सदा भूयात् सिद्धिदा सिद्धिदायिनी॥”
माँ सिद्धिदात्री की कथा
पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान शिव ने जब अर्धनारीश्वर रूप धारण किया, तब माँ सिद्धिदात्री ने उन्हें सभी सिद्धियाँ प्रदान कीं। इसी कारण वे सिद्धियों की अधिष्ठात्री देवी कहलाती हैं।
मान्यता है कि उनकी कृपा से साधक को अष्टसिद्धि और नव निधियाँ प्राप्त होती हैं। यह कथा सिखाती है कि भक्ति और विश्वास से भक्त को जीवन में दिव्य सफलता अवश्य मिलती है।
माँ सिद्धिदात्री की उपासना के लाभ – नवरात्रि 2025
- करियर और व्यापार में सफलता।
- रोग और कष्टों से मुक्ति।
- परिवार में सुख-शांति और सौभाग्य।
- मानसिक शांति और ध्यान में एकाग्रता।
- अध्यात्मिक उन्नति और सिद्धियों की प्राप्ति।
Astromadhupriya बताता है कि नवरात्रि 2025 में माँ सिद्धिदात्री की पूजा से जीवन में असंभव कार्य भी संभव हो जाते हैं।
(FAQ)
प्रश्न 1. नवरात्रि 2025 का नौवाँ दिन कब है?
उत्तर: 30 सितम्बर 2025 को माँ सिद्धिदात्री की पूजा होगी।
प्रश्न 2. माँ सिद्धिदात्री का वाहन कौन-सा है?
उत्तर: उनका वाहन सिंह है।
प्रश्न 3. माँ सिद्धिदात्री को कौन-सा भोग प्रिय है?
उत्तर: हलवा, नारियल और मौसमी फल।
प्रश्न 4. माँ सिद्धिदात्री की पूजा से क्या लाभ मिलता है?
उत्तर: करियर, व्यापार, अध्यात्म और स्वास्थ्य में सफलता।
प्रश्न 5. Astromadhupriya क्यों विशेष है?
उत्तर: Astromadhupriya नवरात्रि 2025 के लिए विशेष ज्योतिषीय उपाय और व्यक्तिगत मार्गदर्शन प्रदान करता है जिससे करियर, परिवार और आध्यात्मिक जीवन में आ रही बाधाएँ दूर होती हैं।
निष्कर्ष
नवरात्रि 2025 का नौवाँ दिन माँ सिद्धिदात्री की पूजा का है। उनकी उपासना से भक्त को सफलता, शक्ति और सभी सिद्धियाँ प्राप्त होती हैं। जीवन के हर क्षेत्र में तरक्की और सुख-समृद्धि मिलती है।
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जय माता दी!